निरसा(NIRSA)आस्था का महापर्व छठ का आज तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया।निरसा के विभिन्न नदी तलाबों में श्रद्धालु बड़ी संख्या में अर्घ्य देने पहुँचे निरसा के खुदिया नदी,मुगमा स्टेशन रोड तलाब,इग्यारकुण्ड कृष्णा कांटा,मैथन डैम,बराकर नदी,कुमारधुबी रेलवे स्टेशन के समीप,तालडंगा हाउसिंग कॉलोनी

एवं बुढ़िया खाद में भारी संख्या में श्रद्धालु घाटो में दिखे चौक चौराहों पर पुलिस के जवानो की तैनाती दिखी,घाटो पर सामाजिक संगठनों द्वारा विशेष इंतजाम किया गया हैं, पूजन सामग्री से लेकर हर वह वस्तु जो पर्व के दौरान प्रवर्ती की आवश्यकता हो,घाटो पर जगह-जगह चाय की स्टोल भी लगाया गया है,
सभी घाटो पर उपस्थित श्रद्धालुओ ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिए ऐसी भी मान्यता है कि शाम में सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष महत्व होता है मान्यताओं के अनुसार सूर्य षष्ठी यानी कि छठ पूजा के पहला अर्घ्य के दिन शाम के समय सूर्यदेव अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं. इसलिए संध्या अर्घ्य देने से प्रत्यूषा को अर्घ्य प्राप्त होता है. मान्यता है कि प्रत्यूषा को अर्घ्य देने से इसका लाभ अधिक होता है
जिसके कारण श्रद्धालुओ में छठ पर्व को लेकर बड़ी आस्था रहती हैं।
NEWS ANP के लिए निरसा से संतोष की रिपोर्ट…